न्यूट्रिशन क्या है और इसके प्रकार–What is Nutrition in Hindi
आज हम अपनी रोज़मर्रा की जिंदगी के काम में इतना व्यस्त है की हम अपने स्वास्थ पर जरा भी ध्यान नहीं देते जिसकी वजह से हमारे शरीर को भी न्यूट्रिशन की जरूरत होती है वो उसे नहीं मिल पता और हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है और हम बार बार बीमार पड़ने लगते है इसलिए हमे ऐसा खाना ग्रहण करना चाहिए जिसमे पर्याप्त मात्रा में न्यूट्रिशन हो जो शरीर की सारी ज़रूरतों को पूरा करे ताकि हम एक स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सके| तो अब ये सवाल उठता है की आखिर ये न्यूट्रिशन क्या है, तो चलिए आज हम जानेंगे की न्यूट्रिशन क्या होता है|
न्यूट्रिशन क्या है?
न्यूट्रिशन का अगर हम हिंदी में अनुवाद करे इसका अर्थ होता है पोषण| अब ये सवाल उठता है की ये पोषण क्या होता है,पोषण वह विज्ञान है जो पोषक तत्वों (Nutrition) और अन्य पदार्थों की परस्पर क्रिया की व्याख्या करता है यानी न्यूट्रिशन वह प्रक्रिया है जिसकी सहायता से हम से पोषक तत्वों की लेNutrition Science क्या है? रोजाना कितने पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है? (How much nutrient is required daily?) हमें आहार से पूरा पोषण क्यों नहीं मिलता हैने की क्रिया को समझ पाते है| पोषण भोजन का सेवन है, जिसे शरीर की आहार संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए जरूरी माना जाता है।
पोषण भोजन में पोषक तत्वों, शरीर पोषक तत्वों का उपयोग कैसे करता है और और आहार, स्वास्थ्य और बीमारी के बीच संबंध का अध्ययन है | Nutrition भोजन लेने और विकास, metabolism, और मरम्मत के लिए उपयोग करने की प्रक्रिया है |
न्यूट्रिशन के प्रकार
मुख्य रूप से पोषण तीन प्रकार के होते हैं | या यूँ कहे की पोषण के तीन तरीके है यानी हम अपना या किसी का पोषण तीन तरीके से कर सकते है | मूल रूप से पोषण के तीन तरीके हैं निम्नलिखित है autotrophic, heterotrophic and mixotrophic .
1. Autotrophic nutrition
इस प्रकार के पोषण में एक जीव CO2 का उपयोग करके अपने स्वयं के भोजन को संश्लेषित करता है, इस तरह के पोषण को autotrophic nutrition(पोषण) कहते है | और ऐसे जिव जो जो इस प्रकार के पोषण का उपयोग करके अपने पोषक तत्वों को ग्रहण करते है या वे जीव जो कार्बन डाइऑक्साइड और पानी जैसे सरल पदार्थों से भोजन बना सकते हैं, उन्हें ऑटोट्रॉफ़ कहा जाता है उन्हें autotrophs कहते है | autotrophs में सभी हरे पौधे और कुछ बैक्टीरिया जैसे नाइट्रिफाइंग बैक्टीरिया शामिल हैं।
2. Heterotrophic nutrition
heterotrophic nutrition में एक जीव अन्य जीवों से अपना भोजन प्राप्त करता है और ऐसे जिव जो इस प्रकार के पोषण का उपयोग करके अपने पोषक तत्वों को ग्रहण करते है या वे जीव जो अपना भोजन स्वयं तैयार नहीं कर सकते उन्हें Heterotrophs कहते है |
Heterotrophs अपने भोजन के लिए हरे पौधों या जानवरों पर निर्भर होते है| सभी Heterotrophs अपने भोजन और ऊर्जा आवश्यकताओं के लिए पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से autotrophs पर निर्भर करते हैं। Heterotrophs में अधिकांश बैक्टीरिया, कवक और सभी जानवर जैसे कुत्ते, बिल्ली, गाय, भैंस, शेर, बाघ, हिरण के साथ-साथ इंसान भी शामिल हैं।
3. Mixotrophic nutrition
यह पोषण का ऐसा तरीका है जिसमे कोई जिव दोनों तरह के पोषण के तरीको को उपयोग में लेकर अपना भोजन बनता है और ऐसे जिव को mixotrophs कहा जाता है जैसे की Euglena इसका सबसे प्रचलित उदहारण है जो अपना भोजन या पोषण दोनों तरीको का प्रयोग करके बनता है|
शरीर को पोषण की आवश्यकता क्यो है?
जिस तरह से किसी भी वाहन को चलने के लिए ईंधन की आवश्यकता होती है उसी तरह से हमारे शरीर को सामान्य तरीके से कार्य करते रहने के लिए पोषण की आवश्यकता होती है | हम सभी जानते है की किसी भी कार्य को करने लिए हमे ऊर्जा की जरूरत तो होती ही है जो हमे पोषक तत्वों से मिलती है | एक सामन्य इंसान के लिए अच्छी metabolism , imunity, और शरीर के विकास और मरम्मत के लिए एक अच्छा पोषण बहुत जरूरी है |
कुपोषण
कुपोषण एक व्यक्ति की पोषक तत्वों के सेवन में कमियों, ज्यादतियों, या असंतुलन को संदर्भित करता है | कुपोषण शब्द 3 व्यापक स्थितियों के समूह को संबोधित करता है
- अल्पपोषण (undernutrition) – इसमें Wasting (कम वजन-ऊँचाई के हिसाब से), Stunting (कम ऊँचाई-आयु के हिसाब से) और Underweight (कम वजन-आयु के हिसाब से) |
- micronutrient(सूक्ष्म पोषक) – इसमें महत्वपूर्ण विटामिन और खनिजों की कमी शामिल हैं।
- micronutrient excess (सूक्ष्म पोषक अधिकता) – इसमें अधिक वजन, मोटापा और आहार से संबंधित गैर-संचारी रोग (जैसे हृदय रोग, स्ट्रोक, मधुमेह और कुछ कैंसर) |
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